चिंता (ऐंज़ाइयटी) आज की सदी की सबसे बड़ी प्रॉब्लम है। आप में से बहुत सारे लोग ये जानते होंगे की ऐंज़ाइयटी क्या होती है और बहुत से लोग कन्फ़्यूज़्ड होगे। चलिए आज इसी के बारे में बात करते है। ऐंज़ाइयटी या चिंता ऐसी बीमारी है जो हमें ये कह के डरती है कि भविष्य में क्या होगा। जिस भविष्य के बारे में हम कुछ नहीं जानते जो सिर्फ़ हमारे विचारो में है। और हम उन्ही विचारो की वजह से ना तो सो पाते है, ना खा पाते हैं, ना काम कर पाते है और ये हमारे शारीरिक स्वास्थ्य को भी हानि पहुँचता है और सामाजिक तौर पे भी हमें अलग थलग कर देता है। चलिए हम इसके कुछ लक्षणो के बारे में बात करते है जिससे आप समझ पाए की कही आप या आपके आस पास कोई इसका शिकार तो नहीं है।
ऐंज़ाइयटी के लक्षणो में सबसे पहले तो एक चिंता बनी रहती है की कुछ बुरा होने वाला है या कुछ बुरा हो जाएगा। हमेशा किसी ना किसी बात को लेके टेन्शन रहती है, हम चाहते हुए भी उससे बाहर नहीं निकल पाते है। हमें ध्यान केंद्रित करने में कठिनाई होती है, हमें निर्णय लेने में परेशानी होती है। ये समस्या जैसे जैसे बढ़ती है और लम्बे समय तक रहती है तो शारीरिक लक्षण भी दिखने लगते है जैसे घबराहट, बेचैनी, पसीना आना, हाथ पैरों में कम्पन और ह्रदय गति बढ़ जाना, सरदर्द, बदन दर्द आदि आम बात है जब आप कोई टेस्ट कराते
है तो सब कुछ सामान्य होता है।लम्बे समय तक ये समस्या बनी रहे तो उच्च रक्तचाप, शुगर या दिल की बीमारी होने की सम्भावना बढ़ जाती है। इसके अलवा व्यक्ति दुखी रहने लगता है, वो जीवन का आनंद नहीं ले पता, उसका किसी काम में मन नहीं लगता, उसके सम्बन्ध दूसरों लोगों से ख़राब होने लगते है।
ऐंज़ाइयटी का इलाज क्या है चलिए जानते है यदि ऐंज़ाइयटी बहुत ज़्यादा नहीं है, तो सिर्फ़ काउन्सलिंग के मांध्यम से उसको ठीक किया जा सकता है।अगर ज़्यादा बढ़ गयी है तो मेडिसिन और काउन्सलिंग दोनो की ज़रूरत पड़ती है। मेडिसिन आपके ब्रेन में होने वाले रासायनिक बदलाव को ठीक करने में आपकी मदद करती है और काउन्सलिंग आपकी चिंता के मूल कारण को समझने और उसका निस्तारण करने में आपकी मदद करती है। कई बार कुछ कारण आपके अवचेतन मन में भी होते है जो शायद आप खुद नहीं समझ पाते, उन्ही गुत्थियों को सुलझाने में मनोवैज्ञानिक आपकी मदद करते है। जैसे आप अपने शरीर का ध्यान रखते है वैसे ही आप अपने मन का ध्यान भी रखें और ज़रूरत पड़ने पर अपने निकटम मनोवैज्ञानिक का परामर्श ले इसकी अनदेखी ना करे ये घातक हो सकता है।